अयोध्या, सहयोग मंत्रा। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भले ही जनता को निशुल्क व बेहतर चिकित्सा सेवाएं मुहैया करने के दावे कर रही है, लेकिन राजकीय श्री राम चिकित्सालय के डॉक्टर सरकार के सभी दावों की पोल खोल रहे हैं।
बृहस्पतिवार को ब्यूरोचीफ सहयोग मंत्रा ने राजकीय श्रीराम अस्पताल का खस्ता हाल देखा तो चारों तरफ अराजकता की गिरफ्त में पूरा अस्पताल दिखाई पड़ा सभी डॉक्टरों के केबिनों को मुआयना किया गया तो डॉक्टरों के केबिन में दो से तीन सिविल ड्रेस में डॉक्टरो के असिस्टेंट बनाकर दलाल काम करते दिखाई दिए।
केश संख्या- एक
हरियाणा से आए दर्शनार्थी अभिमन्यु कुमार ने अपने पुत्र उमंग आयु 7 वर्ष को फोड़ा फुंसी के इलाज के लिए बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विवेक कुमार के पास गए तो डॉक्टर साहब ने 7 साल बच्चे की दवा सरकारी पर्चे पर ही बाहरी दवा लिख दी बच्चे के पिता ने बच्चे के बेहतर इलाज के लिए मेडिकल स्टोर से दवा लेने चले गए मेडिकल स्टोर कीपर ने जब दावों की कीमत 636 बताई तो बच्चे के पिता के पैरों तले जमीन खिसक गई।
केस संख्या - दो
पश्चिम बंगाल से आये लाल दास पौंड्रिक वेस्ट बंगाल दर्शनार्थी बन्दर को चना खिलाते वक्त हाथ में बन्दर का दात लग गया तो इमरजेंसी में इलाज के लिए आए तो डॉक्टर इंद्रभान विश्वकर्मा ने प्राथमिक उपचार तक नहीं किया और एक सादी स्लिप पर अपठनीय इंग्लिश भाषा मे दवाएं लिख दी और उसे तुरंत दो लाइनों में क्रश भी कर दिया यह क्रॉस लाइन ही मेडिकल स्टोर कीपर के लिए कोड वर्ड है दवा की स्लिप हाथ में थमा दी दर्शनार्थी दवा लेने मेडिकल स्टोर पर जब गया तो स्टोर कीपर ने कुल दवाओ की कीमत 976 बताइए तथा एंटी रेबीज का एक इंजेक्शन ₹350 मूल्य का दिया गया । अन्य अस्पतालों में जहां पैथोलॉजिस्ट को प्रयोगशालाओं से फुर्सत नहीं मिलती, वहीं, राजकीय श्रीराम चिकित्सालय के पैथोलॉजिस्ट डॉ. इंद्रभान विश्वकर्मा जनरल फिजिशियन का दायित्व भी संभालते हैं। इनकी ओपीडी में मरीज खचाखच भरे रहते हैं।