करोड़ों का बजट अयोध्या विकास के लिए,
दब के रह गया विकास ठेकेदारों की फाइलों में,मुक दर्शक बना रहा प्रशासन,पड़ गई दरारें अयोध्या के गलियारों में
करोड़ों का बजट अयोध्या विकास के लिए
चलाता रहा बुलडोजर ठेकेदारों का कच्छप गतिसे
सहयोग मंत्रा,पवन खरवार अयोध्या।
अयोध्या का प्रख्यात सावन झूला मेला विश्व विख्यात है इस मेले में आसपास के जिलों से प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में अयोध्या आते हैं तथा मंदिरों में हो रहे जुगल सरकार के झूलनोत्सव का आनंद लेते हैं मंदिरों में हो रहे भजनोत्सव, नृत्य,अनेकों प्रकार की झांकियां को देखने लोग आते हैं तथा आनंद विभोर होते हैं ऐसे मौके पर जिला प्रशासन भी जोर-शोर से यात्रियों मेलार्थियों की सुख सुविधा के लिए तैयारी में जुटा रहता है कहीं किसी प्रकार से किसी भी यात्री को कोई समस्या न होने पाए इसके लिए उत्तर प्रदेश की सरकार लाखों करोड़ों का बजट प्रतिवर्ष मेलो पर खर्च करती है इसके बावजूद विकास कार्यों में हो रहे कामों को ठेकेदारों के द्वारा लापारवाही से किया गया कार्य कहीं ना कहीं असुविधा का कारण बनती हैं यात्रियों को समस्याओं से जूझना पड़ता है कभी-कभी तो जरा सी चूक के कारण कई बड़ी घटनाएं घट जाती है अयोध्या में ऐसी पहले कई घटनाएं घट चुकी हैं यात्रियों के जान तक चली गई है।
अयोध्या का हृदय स्थल कहा जाने वाला राम जन्मभूमि क्षेत्र रामकोट वार्ड में कनक भवन से लेकर मत गजेंद्र चौराहा तक ठेकेदारों के द्वारा 24 घंटे सातों दिन पेयजल योजना की पाइप लाइन बिछाने के लिए सड़क खोदी गई हैं दो सप्ताह से अत्यधिक हो चुका है परंतु अभी तक वाटर सप्लाई लाइन पूरी तरीके से बिछाया नहीं गया तथा सड़क खुद जाने के कारण यात्रियों व दर्शनार्थियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है सड़क की स्थिति यह है कि जरा से चूक होने पर ठोकर लग जाने से पैरों में घाव हो जा रहे हैं तथा पैदल चलना दुश्वार हुआ है नित्य दर्शन करने वाले एवं दर्शनार्थी हो रहे हैं चोटिल रामकोट वार्ड और लोगों का आवागमन बाधित, सावन मेला व सावन महीना बीतने को हैं, प्रशासन और ठेकेदार नहीं दे रहे ध्यान।
अयोध्या महापौर से जरिए फोन संपर्क करने पर बताया गया कि महापौर जी एक रुद्राभिषेक कार्यक्रम में व्यस्त हैं जिससे अभी उनसे बात नहीं हो सकती
24 घंटे सातों दिन पेयजल योजना की पाइप लाइन
1=पहले स्ट्रीट लाइट का खंभा लगाने के लिए सड़क की खोदाई हुई थी। इसके बाद पेयजल पाइप लाइन बिछाने के लिए सड़क खोदी गई है।ऐसे में रोजाना आवाजाही में दिक्कत उठानी पड़ रही है। स्थानीय लोग बच्चों को भी घर से बाहर नहीं निकलने देते हैं। उबड़-खाबड़ रास्ता होने से उनके गिरकर चोटहिल होने का अंदेशा रहता है। मंदिरों में यात्रियों के आने की संख्या भी घट गई है रामकोट छत्तीसगढ़ आश्रम के उत्तराधिकारी महंत रामेश्वर दास ने कहा पार्षद चमेला देवी के प्रतिनिधि को इसकी सूचना दे दी गई है उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द समस्या का समाधान हो जाएगा। फिर भी अभी तक कुछ नहीं हुआ। तो लोग शिकायत कर आदि हो चुके हैं अब तो बस लगता है आम नागरिक को धरना प्रदर्शन करना पड़ेगा ।
अब तो घर तक बाइक से आना ही बंद कर दिया
2=रामाश्रम मंदिर के महंत जयराम दास निवासी रामकोट ने कहा जब से सड़क खोदकर छोड़ी गई है, तभी से बाइक दूसरी जगह खड़ी कर रहे हैं। मोहल्ले में कई लोग ऐसा ही कर रहे हैं। घर से मुख्य मार्ग तक पैदल जाकर बाइक लेते हैं, फिर कहीं जाते हैं। ऐसा इसलिए कि कई लोगों ने इस खोदी हुई सड़क पर बाइक से चलने की कोशिश की तो गिरकर जख्मी हो गए। खतरा उठाने से अच्छा है कि यहां बाइक से चला ही न जाए।कनक भवन से राम जन्म भूमि मार्ग को जोड़ ने वाली यह सड़क पहले से ही संकरी थी। अब आधे से अधिक हिस्से को खोद दिए जाने से पगडंडी बन कर रह गई है। दो पहिया वाहन तक को निकलने मे भारी दिक्कत होती हैं पैदल चलने में कठिनाई हो रही है। विद्युत विभाग के द्वारा लाइट के बाक्स लगा दिए जाने से कई जगह मार्ग अलग से बाधित हो गया है।पहले ही संकरी थी सड़क, अब चलने के लिए पगडंडी बची । फोनवार्ता में महंत जी ने बताया कि शिकायत नगर आयुक्त,नगर महापौर से मौखिक एवं लिखित रूप में शिकायत की है आश्वासन के तौर पर कहा गया कि दो से तीन दिन के अंदर इस समस्या का निवारण कर दिया जाएगा
3=स्थानीय निवासी व्यापारी सुरेश पांडे का कहना है कनक भवन से लेकर मत गजेंद्र चौरहा तक दोपहिया वाहन भी नहीं चल पा रहे हैं। लोगों को पैदल आवागमन में भी परेशानी हो रही है। सावन मेला का भीड़ इसी रास्ते से होकर कनक भवन राम जन्मभूमि जाती है तथा हम व्यापारियों का माल इन्हीं रास्तों से लाया जाता है सड़क के खुद जाने से माल को लाने में बड़ी परेशानी होती है मेला प्रभावित होता है व्यापार ठप हो जाता है जिनके घरों के सामने सड़क खोदी गई है, उनके लिए मुसीबत और बड़ी है।मार्ग को एक महीने पहले जल निगम की ओर से खोदा गया। सड़क को खोदे जाने के बाद पाइप लाइन बिछा दी गई। इसके बाद से आधी सड़क खोदी हुई छोड़ दी। इसी रास्ते पर घर है तो और कहां से निकलें हमारा घर इसी रास्ते पर है। महीनो से सड़क आधे से ज्यादा हिस्से में खोदकर छोड़ दी गई है। जब खोदाई हो रही थी तब बताया गया कि पाइप लाइन बिछाने के बाद सड़क को फिर से बनवाया जाएगा। पाइप लाइन आधी अधूरी बिछ भी गई. फिर से बनवाने की कौन कहे, इसे पाटा भी नहीं गया है। ऐसे में इस मार्ग के अगल-बगल रहने वालों को आने- जाने में परेशानी हो रही है।