अम्बेडकरनगर, सहयोग मंत्रा। जनपद के अकबरपुर तहसील स्थित माऊख ग्राम सभा निवासी सामाजिक कार्यकर्ता व कांग्रेस नेता शीतला प्रसाद श्रीवास्तव ने जिला अधिकारी को ग्राम प्रधान माऊख द्वारा कराये गये कार्यों की जांच कराने के लिए प्रार्थना पत्र सौपा। जिसमें निम्नांकित बिंदुओं पर जांच कराने का मांग किया है - -
(1)- ग्राम प्रधान माऊख सुशीला देबी पहले से खुदे तालाब का झाल झंखाड साफ कराकर उसे अमृत सरोवर का रूप दिया गया है और अमृत सरोवर के लिए आयी समस्त धनराशि ग्राम प्रधान सुशीला देवी द्वारा हड़प लिया गया है। सरोवर के पास ग्राम प्रधान द्वारा बनवाया गया सीढी और पिलर तालाब के अन्दर बहकर चला गया। बनवाये गये मेनगेट में दरार पड़ गयी है जो गिरने की स्थिति में आ गया है। इस प्रकार अमृत सरोवर के नाम पर जितने भी कार्य कराये गये हैं सबमें घोटाला किया गया है।
(2)- ग्राम प्रधान द्वारा मनरेगा का कार्य जेसीबी द्वारा करवाया जाता है और पैसा हडप लेने के उद्देश्य से मनरेगा के रूप में दिखाया जाता है। वर्तमान समय में खाटा संख्या 200 की खुदाई जेसीबी से की गयी है और सारी मिट्टी विक्रय कर दी गयी है। इस प्रकार ग्राम प्रधान द्वारा विकास के नाम पर धन हडप लेने के उद्देश्य से कागजी कार्रवाई सम्पन्न की जाती है।
(4) - ग्राम प्रधान द्वारा उन अपात्र व्यक्तियों को गौशाला के नाम पर धन आवंटित किया गया है जो पात्र नही और जिनके स्वयं के जानवर नही है। जिन्हे वास्तव में आवश्यकता था ग्राम पंचायत द्वारा कोई सहायता नहीं प्रदान की गयी है, बल्कि ग्राम प्रधान द्वारा उनके जो मेली /मददगार है उन्ही को सहायता उपलब्ध कराने की संस्तुति की गयी है। इस प्रकार ग्राम प्रधान द्वारा पशु आश्रय निर्माण में भारी अनियमितता की गयी है।
(5)- ग्राम प्रधान माऊख द्वारा सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं का खुला मजाक उठाते हुए सिर्फ धनराशि का बंदरबांट किया जा रहा है। धरातल पर कोई भी कार्य दिखाई नही दे रहा है जो भी कार्य दिखाई दे रहा है वो माह दो माह में टूटकर नष्ट हो जा रहा है।
दिए गए प्रार्थना पत्र पर रमाशंकर पासवान, सिकंदर, अनूप, अभिनंदन, अजय कुमार, प्रभात कुमार, ओंकार नाथ, सत्यम, प्रवीन आदि के हस्ताक्षर है।