- डीएम कार्यशाला में निपुण भारत के लक्ष्यों को पूरा करने का निर्देश
सीतापुर, सहयोग मंत्रा । वियनित क्षेत्र भूमिजा बहुद्देशीय हाल खैराबाद में जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने निपुण सेल की कार्यशाला में प्रतिभाग कर निपुण सेल से होने वाले फायदों को बताया और उन्होंने कहा कि पढ़ाई करते वक्त छोटे बच्चों की निगरानी जरूरी है। खासकर क्लास एक से तीन तक के बच्चों की। यही उम्र है जब बालमन कोई भी शब्द अपने मानसपटल पर अंकित कर लेता है। इसके लिए बुनियादी शिक्षा को बेहतर बनाने की जरूरत है। तभी भारत तेजी से विकसित होगा और बच्चे निपुण होंगे। जिलाधिकारी ने कहा बुनियादी शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने में ए0आर0पी0 और बीईओ की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यही पाठ्यक्रम में हुए बदलाव को शिक्षकों तक पहुंचाने और निगरानी करने का कार्य करते है। शिक्षक की जिम्मेदारी है कि वह बच्चों का मूल्यांकन हर सप्ताह करें और अभिभावक के संपर्क रहे। जिससे समय समय पर उन्हें भी अवगत कराया जा सके कि बच्चा पढ़ाई में कैसा है। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि एफ0एल0एन0 के जरिए संख्या और अक्षर की जानकारी छोटे बच्चों को अच्छे से हो जाए तो आगे की कक्षाओं में पढ़ाई में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आएगी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस साल 57 प्रतिशत बच्चे निपुण श्रेणी में आ चुके है। कार्यशाला में मौजूद ए0आर0पी0 एलिन ने पढ़ाने के दौरान की समस्या और उसके निराकरण के बारे में अन्य शिक्षकों से साझा किया। कार्यशाला में अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश की अकादमिक संस्था एफ0एल0एन0 एवं सी0एस0एफ0 के साथ समन्वय स्थापित कर शिक्षा कार्य को और बेहतर बनाने पर बल दिया। कहा कि समय समय पर इस तरह की कार्यशालाएं आयोजित होती रहनी चाहिए जिससे शिक्षण कार्य को और बेतहर बनाया जा सके। कार्यशाला में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह, सी0एस0एफ0 की कृतग्या सहित संबंधित अधिकारी एवं शिक्षक मौजूद रहे।