मेरठ, सहयोग मंत्रा। परतापुर क्षेत्र में शराब ठेके के सेल्समैन राजेंद्र से हुई 1.84 लाख रुपये की लूट की घटना का पुलिस ने खुलासा करते हुए तीन लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से लूट के एक लाख 25 सौ रुपये बरामद किए है, जबकि चौथा लुटेरा अभी फरार है। इस खुलासे में बड़ी बात यह है कि लुटेरे ना तो सीसीटीवी कैमरे में आए और ना ही मोबाइल फोन के कारण पकड़ में आए है। पूर्व में मामूली झगड़े की वजह से शक के दायरे में आए हैप्पी के जरिए पुलिस घटना खोलने में कामयाब रही है।
पुलिस अधीक्षक नगर आयुष विक्रम सिंह ने शुक्रवार को परतापुर पुलिस की इस कामयाबी को मीडिया से साझा किया। उन्होंने बताया कि मोहनपुरी निवासी राजेंद्र सिंह को 13 अगस्त की रात को घायल कर बाइक सवार बदमाशों ने 1.84 लाख रुपये का कैश लूट लिया था। तब से ही पुलिस लुटेरों की टोह में लगी थी। एसपी ने बताया कि लूट की घटना में पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी कि कैसे लुटेरो का पता लगाया जाए, क्योंकि बदमाश ना तो किसी सीसीटीवी कैमरे में नजर आए थे और ना ही किसी तरह के मोबाइल का इस्तेमाल किया गया था।
उन्होंने बताया कि मुखबिर तंत्र के जरिए ही जांच को आगे बढ़ाया गया। एक छोटी सी सूचना के आधार पर लूट की इस घटना की कलई खुलती चली गई। एसपी आयुष ने बताया कि पुलिस ने तथ्यों के आधार पर लूट के शामिल रहे वरुण, हैप्पी निवासी ग्राम अछरौंडा और अमन उर्फ भोला निवासी परतापुर को गिरफ्तार किया है। इनके पास से लूट के एक लाख 25 सौ रुपये, तीन मोबाइल और लूट में प्रयुक्त बाइक बरामद हुई है।
घटना में शामिल चौथा आरोपी पू अभी फरार है। उन्होंने बताया कि घटना से पहले इन बदमाशों से सेल्समैन की रैकी की थी, क्योंकि सेल्समैन रोजमर्रा ही ठेके से कैश लेकर जाता था। घटना वाले दिन वरुण ठेके के पास खड़ा हो गया था, जो अपने साथियों को सेल्समैन के बारे में जानकारी जुटा रहा था। बाद में हैप्पी, अमन और दीपू ने लूट की घटना को अंजाम दिया। इनमें से हैप्पी के खिलाफ ही आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज है।