आरोपियों ने 45 लाख की जमीन 30 लाख में हड़पी, ब्लैंक चेक से भी उड़ाए 28 लाख, शिकायत के 5 दिन बाद नहीं मिला न्याय
अंबेडकरनगर।
जनपद में एक बार फिर नशे, अशिक्षा और लालच की त्रिकोणीय साजिश का शर्मनाक चेहरा सामने आया है। अकबरपुर तहसील अंतर्गत ऊचेगांव, गौसपुर की एक दलित महिला ने आरोप लगाया है कि कुछ दबंगों ने उसके अनपढ़ और नशे के लती पति को फंसा कर 45 लाख रुपए की जमीन मात्र 30 लाख में बैनामा करवा ली, और उसी दौरान ब्लैंक चेक से 28 लाख रुपए भी उड़ा लिए।
पीड़िता राजकुमारी पत्नी सुनील वर्मा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राजेश कुमार वर्मा उर्फ गुड्डू वर्मा और जियाराम वर्मा ने साजिश के तहत 24 जनवरी 2024 को उसकी बेशकीमती जमीन शालिनी पटेल और बिंद्रावती के नाम बैनामा कराई। ये बैनामा जबरन और धोखे से कराया गया जिसमें असली कीमत 45 लाख की जमीन को मात्र 30 लाख रुपए में स्टांप पर दर्शाया गया।
यह नहीं, बल्कि इससे भी खतरनाक था खेल
राजेश और जियाराम ने पीड़िता के नशे के आदि पति से पहले ब्लैंक चेक ले लिया और 29 जनवरी को एक ही दिन में 28 लाख रुपए आरटीजीएस के माध्यम से जियाराम के खाते में ट्रांसफर करवा लिया। यह रकम भी उसी जमीन बिक्री से जुड़ी थी, जिसका सीधा-सीधा गबन हुआ। राजकुमारी ने बताया कि उसके पति का न तो इन व्यक्तियों से कोई वित्तीय लेनदेन था और न ही कोई कानूनी अनुबंध। यह पूरा मामला एक सुनियोजित साजिश है, जिसमें उसके पति की मानसिक स्थिति और नशे की लत का खुला फायदा उठाया गया।
5 दिन बीत चुके, अब तक नहीं दर्ज हुई FIR
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि घटना का खुलासा होने के बाद भी अकबरपुर कोतवाली में अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। पीड़िता थाने के चक्कर लगा रही है, लेकिन न्याय अभी भी कोसों दूर है। यह मामला सिर्फ एक महिला या एक परिवार का नहीं है यह सवाल है कि क्या जनपद में अब कानून व्यवस्था सिर्फ रसूखदारों और चालाक ठगों के लिए है? क्या गरीब, अनपढ़ और महिलाओं को न्याय मिलना अब भी एक चुनौती बना रहेगा?
पीड़िता ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि इस साजिश में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कड़ी धाराओं में मामला दर्ज कर तत्काल गिरफ्तारी की जाए, और आर्थिक नुकसान की भरपाई सुनिश्चित की जाए। यदि प्रशासन ने अब भी आंखें मूंदीं तो यह न सिर्फ न्याय व्यवस्था पर कलंक होगा, बल्कि अपराधियों के हौसले भी और बुलंद होंगे।