सोमवार दोपहर में नदी का डिस्चार्ज कम होने लगा था। रात में बहाव डेढ़ लाख क्यूसेक तक आ गया था। इससे बाढ़ प्रभावित इलाके में पानी कम होना शुरू हो गया था। लोगों को उम्मीद थी कि एकाध दिन में पानी काफी कम हो जाएगा। परंतु सोमवार सुबह फिर डिस्चार्ज दो लाख क्यूसेक से ऊपर हो गया। दोपहर दो बजे 218000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। बाढ़ प्रभावित जंत्री, नंदू, मुंशी, बिकाऊ, जवाहिर भगत, लालू, नरेश, महंथ आदि ने बताया कि सोमवार की रात में पानी गांव से निकल गया था लेकिन दोपहर में पुन: निचले हिस्सों का जलस्तर बढ़ने लगा। मरचहवा-बसंतपुर व बसंतपुर-सोहगीबरवा मार्ग पर अब भी पानी भरा है। टूटी सड़कों की वजह से आना-जाना मुश्किल है। पशुओं के चारा की समस्या बनी हुई है।
श्रवण कुमार शर्मा सहयोग मंत्रा